महेंद्र भट्ट ने कहा – मानस खंड को लेकर पीएम के ट्वीट और दुनिया मे उत्सुकता का मतलब प्रयास सफल

खबर उत्तराखंड

देहरादून: भाजपा ने कहा है कि पीएम के ट्वीट और जन उत्साह बताता है कि हमारी सरकार का मानसखंड को लेकर किया प्रयास सफल हो रहा है। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बद्री केदार के उपरांत मानसखंड को पर्यटन की मुख्यधारा में आने को मुख्यमंत्री धामी के अथक प्रयासों का परिणाम बताया है।

पिथौरागढ़ दौरे से लौटे भट्ट ने पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे के अनुभव मीडिया से हुई अनौपचारिक बातचीत में साझा करते हुए कहा, इस ऐतिहासिक दौरे की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हमारे वहां से लौटने से पहले ही दुनिया भर से रिकॉर्ड संख्या में लोगों ने उत्सुकता जतायी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वभाव के अनुरूप जितनी श्रद्धा, आस्था और विश्वास के साथ आदि कैलाश, पार्वती कुंड, जागेश्वर धाम के दर्शन किए और अपने संबोधन में यहां के पावन स्थलों का जिक्र किया उसने इन धामों की दिव्यता और भव्यता को पहले से अधिक चर्चा का विषय बना दिया है । वह जितनी आत्मीयता से जोलिकोंग एवं अन्य स्थानों पर सैनिकों और स्थानीय लोगों से मिलें और उनकी संस्कृति और परम्पराओं को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया, उसका शानदार नतीजों में तब्दील होना तय है । पीएम मोदी की राज्य से लगाव की गंभीरता का अंदाजा, दौरे के तुरंत बाद आए उनके सोशल मीडिया पोस्ट को पढ़कर आसानी से लगाया जा सकता है । उनका बद्री केदार धाम के साथ, पार्वती कुंड और जागेश्वर धाम को अपनी उत्तराखंड यात्रा का हालिया श्रेष्ठ स्थल बताना और प्राथमिकता देना स्पष्ट करता है कि बतौर देवभूमि के ब्रांड एंबेसडर वे अपने प्रयासों में जुट गए हैं ।

इस पोस्ट में उनका पवित्र स्थलों में बिताए अपने अनुभवों का दिव्य व अलौकिक वर्णन करना, मानसखंड के प्रति देश दुनिया की जिज्ञासा में अविश्वसनीय वृद्धि करने वाला है । सरकारी, गैर सरकारी, सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों में मानसाखंड पहुंचने की जानकारी लेने वालों की बाढ़ आई हुई है ।

भट्ट ने कहा, पीएम के दौरे से मानसखंड का देश दुनिया के धार्मिक सांस्कृतिक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित होना, मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की कोशिशों का नतीजा बताया है । उन्होंने कहा कि सीएम लंबे समय से अथक प्रयास कर रहे थे कि चार धाम क्षेत्र की तरह कुमायूं के मानासखंड धार्मिक स्थलों को भी वैश्विक पहचान मिले । ताकि इससे तीर्थाटन और पर्यटन व्यवसाय में होने वाली वृद्धि का लाभ स्थानीय लोगों को मिल सके । इससे पूर्व केंद्र की मदद से मानसखंड मंदिर श्रृंखला योजना और रोपवे कनेक्टिविटी की पर्वतमाला योजना की उन्होंने यहां शुरुआत करवाई । मुख्यमंत्री लंबे समय से प्रधानमंत्री को इन पावन स्थलों पर लाने की कोशिशें में जुटे थे ताकि सरकारी प्रयासों को सामाजिक रूप से वैश्विक पहचान मिल सके । उन्होंने कहा कि इन भागीरथी प्रयासों को लेकर पीएम मोदी की प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सक्रियता और सीएम धामी के अधिकारियों को तत्काल कार्य शुरू करने के आदेश अब हम सबके सामने हैं । लिहाजा अब समय है कि हम सबको राज्य की पहचान और आर्थिकी को नई ऊंचाई देने की इन कोशिशों में अपने-अपने स्तर पर सकारात्मक सहयोग के लिए आगे आना होगा ।

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