क़ातिल और शातिर बाबा की कहानी ! सिपाही कराना चाहता था तंत्र- मंत्र से पत्नी की हत्या, बाबा ने काट दिया सिपाही का गला…

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मेरठ: कहते हैं कि ‘जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है वो एक दिन उसी गड्ढे में गिरता है’, मेरठ में भी ठीक ऐसा ही घटनाक्रम हुआ है। पत्नी को तांत्रिक द्वारा तंत्र मंत्र क्रिया से मरवा कर प्रेमिका के साथ रहने के सपने देख रहा दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल खुद ही मौत के जाल में फंस गया। जिस तांत्रिक को उसने पत्नी की मौत की सुपारी दी थी, वो तांत्रिक ही उसकी हत्या का आरोपी निकला।  वहीं, करीब एक महीने बाद पुलिस ने इस वारदात का खुलासा किया तो हर कोई हैरान रह गया। उधर, जिसने भी इस घटना की सच्चाई के बारे में सुना उसकी रूह कांप उठी। बताया गया कि पुलिस ने हत्यारोपी तांत्रिक बाबा गणेशानंद उर्फ गणपतलाल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उससे घंटों पूछताछ की, जिसमें उसने वारदात का पूरा सच उगल दिया।

तांत्रिक बाबा को था, रुपये लौटाने का डर

दरअसल, मेरठ के सरधना क्षेत्र में पोहल्ली गांव निवासी व दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल गोपीचंद ने तांत्रिक बाबा गणेशानंद उर्फ गणपतलाल को एक साल पहले पत्नी की मौत के लिए सुपारी दी थी। वह तांत्रिक से तंत्र मंत्र के जरिए अपनी पत्नी को मरवाना चाहता था। पत्नी को मरवाने के लिए वह तांत्रिक को किस्तों में साढ़े चार लाख रुपये भी दे चुका था। बताया गया कि 26 मार्च को भी वह एक मुर्गा और डेढ़ लाख रुपये लेकर बाबा के पास पहुंचा था।

तांत्रिक बाबा ने आंख बंद कराकर जमीन पर लिटाया और फिर…

पुलिस की पूछताछ में तांत्रिक गणेशानंद उर्फ गनपत ने बताया कि उसने गोपीचंद को यह कहकर बुलाया कि मुर्गे की बलि लेते ही उसकी पत्नी की भी मौत हो जाएगी। उसने मुर्गे को जमीन पर रख दिया और गोपीचंद को जमीन पर लिटाकर उसकी आंख बंद करा दी। कहा कि आंख खोली तो तंत्र-मंत्र की सिद्धी पूरी नहीं होगी। इसके बाद तांत्रिक ने पहले मुर्गे की बलि दी और फिर दांव (फरसा) से गोपीचंद की गर्दन काट दी।

जब तक नहीं तोड़ा दम, करता रहा गर्दन पर वार

तांत्रिक के पहले वार के बाद गोपीचंद घायल होकर तड़पता रहा। इसके बाद तांत्रिक ने गर्दन पर कई वार किए और उसकी मौत के बाद गंगा नदी में शव बहा दिया। साथ ही गोपीचंद का मोबाइल और बाइक की नंबर प्लेट तोड़कर गंगा में धकेल दी, जिसे पुलिस ने 12 अप्रैल को बरामद कर लिया था।

हस्तिनापुर में विदुर धाम आश्रम में रहता है हत्यारोपी बाबा

पुलिस के अनसार, आरोपी बाबा गणेशानंद उर्फ गणपतलाल हस्तिनापुर के सैफपुर रोड पर स्थित विदुर धाम आश्रम में रहता है। उसे गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि वह तांत्रिक क्रिया में लिप्त पाया गया है। उसने पूछताछ में हत्या करना कबूल किया है।

किसी दूसरी महिला से थे हेड कांस्टेबल के संबंध

पुलिस की जांच-पड़ताल में यह भी खुलासा हुआ है कि हेड कांस्टेबल का विवाहेतर प्रेम-प्रसंग चल रहा था। वह अपनी पत्नी की हत्या कराने के लिए साधु से संपर्क में था। इसके लिए वह तंत्र-मंत्र की क्रिया साधु से करा रहा था। वहीं साधु को पत्नी की हत्या के लिए सुपारी भी दी थी, लेकिन तांत्रिक ने रुपयों के लालच में सिपाही को ही मौत के घाट उतार दिया।

शव तलाशना पुलिस के लिए चुनौती 

पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती गोपीचंद का शव बरामद है। तांत्रिक ने हत्या के बाद शव को गंगा में बहा दिया था। हत्याकांड को एक माह हो चुका है। हालांकि खुलासे के बाद पुलिस तांत्रिक को लेकर मौके पर पहुंची और अभियान भी चलाया, लेकिन शव का कोई पता नहीं चल सका। एसपी देहात कमलेश बहादुर का कहना है कि आरोपी को रिमांड पर लेकर शव की तलाश की जाएगी।

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि गोपीचंद एक साल से तांत्रिक बाबा गणेशानंद के संपर्क में था। उसने अपनी पत्नी को मरवाने के लिए तंत्र क्रिया के नाम पर बाबा को लाखों रुपये की रकम भी दी थी। अब गोपीचंद बाबा से पूछ रहा था कि पत्नी को क्यों नहीं मारा। इसके बाद बाबा गणेशानंद ने उसकी ही हत्या का प्लान बना लिया। तांत्रिक ने 26 मार्च को उसे हस्तिनापुर में तंत्र क्रिया के बहाने बुलाया और दांव से गर्दन काटकर हत्या कर दी।

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